- भारत दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश : बिंदल
भारत अभी तक ब्यूरो
नाहन/सोलन/शिमला,। नाहन में शिमला संसदीय क्षेत्र के प्रबुद्ध जन सम्मेलन कार्यक्रम का आयोजन किया गया, कार्यक्रम की अध्यक्षता भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल ने की और इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में केंद्र विश्वविद्यालय के पूर्व वाइस चांसलर कुलदीप अग्निहोत्री उपस्थित रहे।
कुलदीप अग्निहोत्री ने भारत का विभाजन क्यों हुआ और उसे कांग्रेस ने क्यों स्वीकार किया उसके ऊपर स्पष्ट व्याख्यान जनता के समक्ष रखा।
कुलदीप ने 1962 में चीन का जब युद्ध हुआ था उसके पीछे क्या कारण रहे, उस समय सरकार तैयार क्यों नहीं थी और उस समय इस तत्कालीन सरकार की मानसिकता युद्ध के लिए नहीं थी । इस विषय पर उन्होंने जनता के समक्ष अपने विचार प्रस्तुत किए।
उन्होंने कहा कि युद्ध के 50~60 साल बाद भी भारत ने चीन बॉर्डर पर रोड नेटवर्क नहीं खड़ा किया और आधारपूर्वक ढांचा तैयार नहीं किया एल, वह इसलिए क्योंकि उस समय की सरकार चाहती थी कि अगर चीन भारत पर आक्रमण करें तो जल्दी से युद्ध जीत जाए।
तत्कालीन कांग्रेस सरकार के समय भारत निर्णय लेने वाला भारत नहीं था।
आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत की सोच बदली है, पूरे भारत में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर फोकस किया गया है। आज भारत शक्तिशाली बना है, निर्णय लेने वाला भारत बना है।
आज अमेरिका और रूस जैसे शक्तिशाली देश भारत के दोस्त बनना चाहते हैं।
आज भारत की गिनती दुनिया के शक्तिशाली देशों में की जाती है। पहले विश्व स्तर पर अंतरराष्ट्रीय विषय एक ही होता था वो था भारत और पाकिस्तान की लड़ाई। आज केंद्र सरकार ने विश्व पटल पर भारत को लेकर सोच को बदला है। वर्तमान में भारत की तुलना पाकिस्तान से नहीं चीन से होती है, कि कब भारत चीन से भी शक्तिशाली बन जाएगा। केंद्र सरकार के नेतृत्व में भारत का दृष्टिकोण बदला है और अगर देश को आगे लेकर जाना है तो इसी दिशा में हम सबको चलना होगा।
डॉ राजीव बिंदल ने कुलदीप अग्निहोत्री का धन्यवाद किया और कहा कि जिस प्रकार से भारत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगे बढ़ रहा है अवश्य भारत दुनिया का सबसे शक्तिशाली देश बनने जा रहा है। आज भारत आत्मनिर्भर भारत की ओर बढ़ रहा है।
कार्यक्रम में पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद सुरेश कश्यप, पूर्व मंत्री सुखराम चौधरी ,भाजपा नेता बलदेव तोमर, बलदेव भंडारी, रीना कश्यप, विनय गुप्ता उपस्थित रहे।