भारत अभी तक ब्यूरो
चंडीगढ़। हांगज़ू में चल रहे एशियाई खेलों में भारतीय खेल दल ने जहाँ अब तक का सबसे बढिय़ा प्रदर्शन दिखाया है वहीं पंजाब के खिलाडिय़ों ने अपना सर्वाेत्तम प्रदर्शन करते हुये एशियाई खेलों में पहली बार 15 से अधिक पदक हासिल किये हैं। आज भारत ने तीरंदाज़ी के महिला कम्पाउंड टीम मुकाबले में स्वर्ण पदक जीता जिसमें पंजाब के मानसा जि़ले के गाँव मंढाली की प्रनीत कौर अहम सदस्य थी।
पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि पंजाब के लिए गौरव की बात है कि एशियाई खेलों के 72 वर्षों के इतिहास में पंजाब के खिलाडिय़ों ने इस बार हांगज़ू में अपना सर्वाेत्तम प्रदर्शन करते कुल 16 पदक जीत लिए हैं जबकि पुरुष हॉकी और पुरुष क्रिकेट के मुकाबले बाकी हैं। इससे पहले पंजाब के खिलाडिय़ों ने 1951 में नयी दिल्ली में पहले एशियाई खेलों में कुल 15 पदक जीते थे।
मीत हेयर ने कहा कि मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान द्वारा पंजाब को खेल के नक्शे में अग्रणी राज्य बनाने के सपने को पूरा करने वाले खिलाड़ी बधाई के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर बनी नयी खेल नीति के अंतर्गत पंजाब सरकार द्वारा पहली बार तैयारी के लिए इनाम राशि दी गई जिसके अंतर्गत 58 खिलाडिय़ों को 8 लाख रुपए प्रति खिलाड़ी के हिसाब के साथ कुल 4.64 करोड़ रुपए इनाम राशि दी गई। उन्होंने कहा कि अब सभी खेल दलों की वापसी के उपरांत मुख्यमंत्री स. भगवंत सिंह मान सभी पदक विजेता खिलाडिय़ों का नकद इनाम राशि के साथ सम्मानित करेंगे।
खेल मंत्री ने विजेताओं को मुबारकबाद देते हुये हॉकी और क्रिकेट खिलाडिय़ों को अगले मुकाबलों के लिए शुभकामनाएँ दीं। उन्होंने आज तीरंदाज़ी में स्वर्ण पदक जीतने वाली पंजाब की प्रनीत कौर को बधाई देते हुये कहा कि छोटी उम्र में इस खिलाडी ने बड़ी प्राप्ति करके राज्य और देश का नाम रौशन किया है। उन्होंने खिलाडिय़ों की उपलब्धियों का श्रेय इनके कोचों और माता-पिता को दिया।
पंजाब के 20 खिलाडिय़ों ने अब तक एथलैटिक्स, निशानेबाज़ी, तीरंदाज़ी, क्रिकेट, रोइंग और बैडमिंटन में छह स्वण, छह रजत और चार कांस्य पदकों के साथ कुल 16 पदक जीते हैं। बीते कल पंजाब की हरमिलन बैंस ने 1500 मीटर के बाद 800 मीटर में भी रजत पदक जीता था। मंजू रानी ने 35 किलोमीटर पैदल दौड़ टीम मुकाबले में कांस्य पदक जीता था।